Covid crisis: इन दिनों जब हम अपने जीवन की सामान्य रफ्तार पकड़ने लगे थे, तब एक बार फिर से ‘कोरोना’ शब्द सुनकर दिल थोड़ा घबरा जाता है। दो-तीन साल पहले जिस भयावह समय से हम सब गुज़रे हैं, वो यादें फिर ताज़ा होने लगी हैं। आज जब अखबार खोलते हैं या खबरें सुनते हैं, तो केरल से दिल्ली तक कोविड-19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ते नज़र आ रहे हैं। ऐसे में यह सवाल बार-बार मन में उठता है क्या एक और लहर दस्तक देने वाली है? क्या हमें फिर से मास्क पहनना होगा? और क्या वैक्सीन का एक और डोज़ ज़रूरी हो जाएगा?
देश में कोविड-19 की स्थिति क्या कहती है

ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस एक बार फिर से सक्रिय होता दिख रहा है। सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य फिलहाल केरल है, जहां 95 सक्रिय केस सामने आए हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 66 और महाराष्ट्र में 56 केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली में 23, पुडुचेरी में 10, कर्नाटक में 13, गुजरात में 7, राजस्थान में 2, हरियाणा, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में 1-1 मामले दर्ज हुए हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है। स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और यह जांच की जा रही है कि संक्रमित मरीज दिल्ली के निवासी हैं या बाहर से यात्रा करके आए हैं।
फिर से वैक्सीन की जरूरत
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि बुज़ुर्गों, बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार बूस्टर डोज़ को फिर से अनिवार्य करेगी या नहीं, लेकिन यह ज़रूर कहा जा सकता है कि जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन की सारी डोज़ नहीं ली हैं, उन्हें जल्द से जल्द टीकाकरण पूरा कर लेना चाहिए।
क्या घबराने की ज़रूरत है
नहीं, घबराने की नहीं, सतर्क रहने की ज़रूरत है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं और वे घर पर ही इलाज करवा रहे हैं। ठाणे नगर निगम ने भी यह आश्वासन दिया है कि अस्पतालों में दवाइयों का भरपूर भंडार है और कोविड टेस्टिंग किट भी आसानी से उपलब्ध हैं। सरकार लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है।
हमें क्या करना चाहिए

आज भले ही मास्क अनिवार्य न हों, लेकिन भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना और हाथ धोते रहना अब भी एक अच्छा अभ्यास है। कोरोना के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश आदि दिखें तो तुरंत टेस्ट कराना और घर पर रहना ज़िम्मेदारी भरा कदम होगा। साथ ही, अफवाहों से बचना और केवल आधिकारिक सूत्रों से ही जानकारी लेना बेहद ज़रूरी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी समाचार स्रोतों और स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा की गई रिपोर्टों पर आधारित है। किसी भी लक्षण के दिखने पर कृपया विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। अफवाहों से बचें और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
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