पूर्णिया, बिहार – पूर्णिया जिले के बनमनखी थाना क्षेत्र में नकली खाद बनाने और उसे बाजार में बेचने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली खाद, नमक और अन्य सामग्री जब्त की है। इस कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गुप्त सूचना से खुला मामला
बनमनखी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सुबोध कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नकली पोटाश खाद तैयार कर बाजार में बेची जा रही है। पुलिस, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी और थाना अध्यक्ष की टीम ने मिलकर सिसवा हल्दीबाड़ी गांव के एक गोदाम पर छापा मारा। इस दौरान गोदाम में नकली खाद बनाने और पैकिंग करते हुए तीन लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शंकर गुप्ता (पिता- रंजीत गुप्ता), मंजेश कुमार (बनमनखी निवासी), और मुकेश कुमार (खुर्दा मधेपुरा निवासी) के रूप में हुई है।
कैसे चलता था नकली खाद का खेल
जांच में पता चला कि गोदाम में नमक और आयरन ऑक्साइड जैसी सामग्रियों को मिलाकर नकली पोटाश खाद तैयार की जाती थी। इसे लोकल बाजारों में बेचा जाता था, जिससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हो रहा था। पुलिस ने मौके से 121 बोरा नकली खाद, 350 बोरा नमक, आयरन ऑक्साइड के 17 खाली और दो भरे पैकेट, डिजिटल तराजू, और खाद से लदी एक पिकअप वैन बरामद की।
पिकअप वैन ने खोला गिरोह का राज
एसडीपीओ सुबोध कुमार ने बताया कि बनमनखी पुलिस को सूचना मिली थी कि नकली खाद से भरी पिकअप वैन पूर्णिया की ओर जा रही है। पुलिस ने तुरंत चेकिंग शुरू की और शिशवा सड़क मार्ग पर एक संदिग्ध पिकअप वैन को रुकने का संकेत दिया। चालक ने पुलिस को देखकर वैन लेकर भागने की कोशिश की लेकिन एनएच-107 पर पीछा कर उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान चालक ने बताया कि वह हरदीबाड़ी वार्ड-21 स्थित एक निजी गोदाम से यह खाद लेकर जा रहा था।
कृषि विभाग की सक्रियता
इस सूचना पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गीतांजली सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने गोदाम पर छापा मारकर नकली खाद बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
किसानों के लिए खतरा
नकली खाद के इस्तेमाल से न केवल किसानों की फसलें खराब हो रही थीं, बल्कि इससे कृषि उपज की गुणवत्ता और उत्पादन पर भी बुरा असर पड़ रहा था। जिला प्रशासन और पुलिस ने इस कार्रवाई को किसानों के हित में एक अहम कदम बताया है।
यह कार्रवाई किसानों को नकली खाद के खतरे से बचाने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए एक मजबूत संदेश है। प्रशासन ने सभी किसानों से अपील की है कि वे खाद खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करें।
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