वैशाली, बिहार: बिहार के वैशाली जिले में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। यहां सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक महिला कांस्टेबल भी शामिल है। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि वे छापेमारी के दौरान जब्त की गई शराब को चुराकर खुद पीते थे या बेचते थे।
शराब चोरी की घटनाओं पर पुलिस की सख्त कार्रवाई
यह मामला महुआ थाना क्षेत्र में स्थित एंटी-लीकर टास्क फोर्स (ALTF-03) टीम से जुड़ा है। यह टीम शराब की छापेमारी कर रही थी, लेकिन जब्त की गई शराब में से कुछ बोतलें आरोपी पुलिसकर्मियों द्वारा चोरी कर ली जाती थीं। इन चोरी की गई बोतलों का इस्तेमाल वे खुद पीने के लिए करते थे या फिर इन्हें बेच देते थे। जब यह जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंची, तो मामले की जांच शुरू की गई और त्वरित कार्रवाई करते हुए सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोमवार को वैशाली के एसपी हरकिशोर राय ने इस मामले की जानकारी देते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें बताया गया कि गुप्त सूचना मिलने के बाद मामले की सत्यापन प्रक्रिया पूरी की गई और फिर महुआ थाना पुलिस और डीएसपी महुआ के नेतृत्व में छापेमारी की गई। इस छापेमारी में 32.50 लीटर देशी शराब और पातेपुर थाना क्षेत्र से जब्त की गई विदेशी शराब की एक बोतल (500 एमएल) भी बरामद की गई। इसके बाद महुआ थाना में इस मामले का केस दर्ज किया गया और ALTF-03 की टीम के सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस महकमे में खलबली, गिरफ्तारियों से मचा हड़कंप
जब्त शराब के खेप से चोरी करने वाले पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि पुलिस विभाग में ही कुछ अधिकारी शराब तस्करी और चोरी में शामिल थे। अब इस मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना पुलिस विभाग में एक बड़ा सवाल खड़ा करती है और यह दर्शाता है कि कैसे कुछ पुलिसकर्मी अपने दायित्वों का उल्लंघन कर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए कानून का मजाक उड़ा रहे हैं।
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