पटना: बिहार के पटना से चेन्नई जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E 597 में सोमवार को एक तकनीकी खराबी के कारण उड़ान में देरी हो गई। इस फ्लाइट में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी सवार थे, और कुल 175 यात्री प्रभावित हुए। पटना के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान के रियर टायर में खराबी का पता चला, जिससे विमान की उड़ान में देरी हुई।
क्या हुआ था?
रनवे पर जाने से पहले पायलट ने विमान के रियर टायर में गड़बड़ी देखी। यह मुख्य लैंडिंग गियर का हिस्सा है, और उसमें पंक्चर होने की जानकारी मिली, जो विमान की सुरक्षा के लिए एक गंभीर समस्या है। इसके अलावा, कुछ और तकनीकी खराबियों की भी सूचना मिली, जिससे विमान का उड़ान भरना समय पर संभव नहीं हो सका।
मरम्मत के बाद उड़ान हुई
इंडिगो के इंजीनियरों ने 30 मिनट में मरम्मत कर विमान को उड़ान के लिए तैयार किया। आखिरकार, दोपहर 2:50 बजे विमान ने चेन्नई के लिए उड़ान भरी।
इसी फ्लाइट में दूसरी बार खराबी
यह इस महीने में दूसरी बार है जब इसी फ्लाइट में तकनीकी खराबी सामने आई है। इससे पहले, 11 नवंबर को भी इस फ्लाइट में एक तकनीकी समस्या आई थी। लगातार हो रही इन खराबियों ने एयरलाइन की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
महत्वपूर्ण तकनीकी हिस्सा: रियर टायर
विमान का रियर टायर यानी मुख्य लैंडिंग गियर उड़ान और लैंडिंग के दौरान बहुत जरूरी होता है। यह विमान का वजन सहन करता है और लैंडिंग के समय झटकों को सोखने का काम करता है। अगर इसमें कोई गड़बड़ी हो तो यह विमान की सुरक्षित उड़ान और लैंडिंग पर असर डाल सकता है।
सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एयरलाइंस की तकनीकी व्यवस्था पर सवाल उठाती है। लगातार तकनीकी खराबियों की वजह से यात्रियों की सुरक्षा पर भी चिंता जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि एयरलाइंस को अपनी तकनीकी जांच को और सख्त करना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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