आज Bihar Election 2025 की राजनीति में ‘फैसले वाला मंगलवार’ है, क्योंकि महागठबंधन अपनी बहुप्रतीक्षित साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी) में सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा करने जा रहा है। दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों के तालमेल को लेकर नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं, जिसने चुनावी घमासान को और बढ़ा दिया है। दोनों प्रमुख गठबंधनों के लिए यह दिन बेहद अहम है, क्योंकि आज की घोषणाएं और घटनाक्रम बिहार चुनाव की आगे की रणनीति और तस्वीर को साफ करेंगे।
Bihar Election: महागठबंधन की पीसी में आज क्या हो सकता है?
राष्ट्रीय जनता दल (RDJ), कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही खींचतान लगभग खत्म हो चुकी है। उम्मीद है कि मंगलवार को पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी महागठबंधन सहयोगी दल मिलकर सीट बंटवारे के अंतिम फॉर्मूले का ऐलान करेंगे।
यह घोषणा न केवल चुनावी मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देगी, बल्कि यह भी स्पष्ट करेगी कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष किस साझा रणनीति के साथ एनडीए को चुनौती देगा। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों ने कुछ विवादित सीटों पर भी आपसी सहमति बना ली है, जिसका मुख्य उद्देश्य एनडीए को हराने के लिए एकजुट होकर लड़ना है।
NDA में नाराजगी की मुख्य वजह क्या है?
NDA में भाजपा और जदयू जैसे बड़े घटकों के बीच बराबर सीटों (101-101) पर सहमति बनने के बावजूद, गठबंधन के छोटे सहयोगियों, खासकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मिली सीटों की संख्या से असंतोष है। खबरें हैं कि मांझी और कुशवाहा दोनों ही दलों को दी गई ६-६ सीटों से खुश नहीं हैं और वे अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
इस नाराजगी के चलते एनडीए की पटना में होने वाली एक साझा पीसी को भी टाल दिया गया है। इसके अलावा, जदयू के अंदर भी कई बड़े नेताओं ने सीट बंटवारे से असंतुष्ट होकर पार्टी छोड़ दी है, जिससे नीतीश कुमार की पार्टी के लिए आंतरिक चुनौती खड़ी हो गई है। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिलने से उनका पलड़ा भारी हुआ है, लेकिन आंतरिक मतभेद बिहार चुनाव से पहले एनडीए की एकजुटता के लिए एक बड़ी चुनौती है।
आज के घटनाक्रम का चुनावी परिदृश्य पर क्या असर पड़ेगा?
Bihar Election 2025 के लिहाज से आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। महागठबंधन की औपचारिक घोषणा विपक्ष की एकता और तैयारियों को मजबूत करेगी, जबकि एनडीए में नाराजगी की खबरें उनके आत्मविश्वास और संयुक्त प्रचार अभियान को प्रभावित कर सकती हैं। यदि एनडीए जल्द ही अपने सहयोगियों की नाराजगी को दूर नहीं करता है, तो इसका सीधा फायदा महागठबंधन को मिल सकता है। दोनों ही गठबंधनों के सामने अपने असंतुष्ट नेताओं को शांत करने और चुनाव से पहले पूरी तरह से एकजुटता प्रदर्शित करने की चुनौती है।
Bihar Election 2025 में आज का ‘फैसले वाला मंगलवार’ दोनों गठबंधनों के लिए निर्णायक है। महागठबंधन की सीट बंटवारे की घोषणा चुनावी रण की दिशा तय करेगी, वहीं एनडीए में नाराजगी पर काबू पाना गठबंधन की सफलता के लिए अनिवार्य होगा।
यह भी पढ़ें:- Bihar Election 2025: NDA उम्मीदवारों की सूची कल जारी, अमित शाह शुरू करेंगे प्रचार अभियान
यह भी पढ़ें:- Bihar Election 2025: मांझी के बेटे ने चुनाव न लड़ने का किया ऐलान