अररिया: बिहार के अररिया जिले के सिमराहा थाना क्षेत्र में अपराधी को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में सिमराहा थाना के अपर थानाध्यक्ष इम्तियाज खान समेत कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए अररिया सदर अस्पताल रेफर किया गया।
क्या है मामला?
गुरुवार शाम सिमराहा थाना क्षेत्र के औराही पूरब पंचायत में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए पहुंची थी। सूचना मिली थी कि ऋषिदेव टोला में अपराधियों का एक समूह किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक अपराधी को हिरासत में ले लिया।
जैसे ही अपराधी को पुलिस पकड़कर ले जाने लगी, ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से हमला किया और कई पुलिसकर्मियों को बुरी तरह से घायल कर दिया।
हमले में घायल पुलिसकर्मी
हमले में सिमराहा थाना के अपर थानाध्यक्ष इम्तियाज खान और पीटीसी मसूद आलम समेत कई पुलिसकर्मी बुरी तरह जख्मी हो गए। चौकीदार संतोष कुमार पासवान पर भी हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायल पुलिसकर्मियों को फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर उपचार के लिए अररिया सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने जाना घायल पुलिसकर्मियों का हाल
घटना की जानकारी मिलते ही फारबिसगंज थाना प्रभारी राघवेंद्र कुमार सिंह और सिमराहा थाना प्रभारी प्रेम कुमार भारती अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल पुलिसकर्मियों का हालचाल जाना और घटना की पूरी जानकारी ली।
ग्रामीणों का हमला और पुलिस की चुनौती
हमले के दौरान पुलिसकर्मियों को अपने सरकारी हथियारों और जान की सुरक्षा के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के हमले में पुलिस टीम के पास से हिरासत में लिया गया अपराधी भी फरार हो गया।
क्या कहते हैं अधिकारी?
सिमराहा थाना क्षेत्र की घटना पर फारबिसगंज के एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि पुलिस गुप्त सूचना पर अपराधियों को पकड़ने गई थी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। घटना में शामिल आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस के लिए नई चुनौती
यह घटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। पुलिस के ऊपर हुए इस हमले ने कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही, इस घटना ने पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों के असंतोष और अपराधियों के बढ़ते मनोबल को भी उजागर किया है।
निष्कर्ष
अररिया की यह घटना पुलिस और प्रशासन के लिए एक कड़ी चुनौती है। अपराधियों को पकड़ने के दौरान इस तरह की घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हैं, बल्कि सुरक्षा बलों के मनोबल को भी प्रभावित करती हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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