Bihar Chunav 2025 Today: 3 अक्टूबर 2025 को बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आने वाले Bihar Chunav 2025 से पहले जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने घोषणा की है कि वे 9 अक्टूबर को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेंगे। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब बिहार में सत्ताधारी NDA और विपक्षी महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है।
जन सुराज पार्टी की रणनीति और पहली लिस्ट (Jan Suraaj Party First List of Candidates)
जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रशांत किशोर (प्रशांत किशोर) हर जनसभा में दावा कर चुके हैं कि कोई भी दल अकेले चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है, जबकि उनकी पार्टी पूरे राज्य में अपने उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी का कहना है कि वह पहली सूची में किसे टिकट देगी, यह 9 अक्टूबर को साफ हो जाएगा।
जन सुराज के उम्मीदवारों की पहली सूची 9 अक्टूबर को जारी होगी। pic.twitter.com/KjL2tXYrMl
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) October 3, 2025
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर पार्टी अपनी रणनीति में सफल होती है तो यह Bihar Election 2025 का समीकरण पूरी तरह बदल सकती है। बड़े नेताओं और नए चेहरों को साथ लेकर पार्टी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
बड़े चेहरे और राजनीतिक समीकरण

जन सुराज पार्टी ने कई बड़े नामों को अपने साथ जोड़ा है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, भोजपुरी गायक रितेश पांडे और मीणा द्विवेदी शामिल हैं। माना जा रहा है कि पहली सूची में इन नामों पर भरोसा जताया जा सकता है। इससे पार्टी को सामाजिक संतुलन बनाने और अलग-अलग वर्गों का समर्थन हासिल करने में मदद मिलेगी।
उधर, NDA और महागठबंधन अब तक सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बना पाए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दशहरा तक सीट शेयरिंग का ऐलान होना था, लेकिन फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है। यही वजह है कि जन सुराज पार्टी की यह घोषणा राजनीतिक हलचल और तेज कर सकती है।
पूर्ण बहुमत का दावा और भविष्य की चुनौती
प्रशांत किशोर का कहना है कि उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर उनकी पार्टी को 125–130 सीटें भी नहीं मिलीं, तो वे इसे अपनी व्यक्तिगत हार मानेंगे। इस आत्मविश्वास को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ता लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं।
फिलहाल बिहार की राजनीति में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एक ओर Jan Suraaj Party Candidates List को लेकर चर्चा तेज है, वहीं दूसरी ओर NDA और महागठबंधन (महागठबंधन) की रणनीति अधर में है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि 2025 का चुनाव बिहार के इतिहास में सबसे कड़े मुकाबलों में से एक हो सकता है।
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