Navratri Bhajan Lyrics: नवरात्रि 2025 में मां जगदम्बे के भजनों की गूंज

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Navratri Bhajan Lyrics | 23 सितंबर 2025: नवरात्रि का पावन पर्व शक्ति साधना का विशेष समय माना जाता है। घर-घर और मंदिरों में मां दुर्गा के भजन और आरती से वातावरण गुंजायमान हो रहा है। भक्त इस अवसर पर Navratri Bhajan Lyrics को खोज रहे हैं, ताकि वे आराधना में भक्ति भाव से जुड़ सकें। नवरात्रि 2025 में मां के चरणों में गाए जाने वाले भजन भक्तों के जीवन में नई ऊर्जा और आस्था का संचार करते हैं।

नवरात्रि 2025 और भक्ति का महत्व

नवरात्रि 2025 का यह पर्व शक्ति की उपासना और साधना का प्रतीक है। इस दौरान लोग व्रत रखते हैं और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। मंदिरों में दीप प्रज्वलन और घंटियों की ध्वनि के साथ जब ‘मां जगदम्बे’ के भजन गाए जाते हैं तो पूरा वातावरण दिव्य हो उठता है।

इस बार भक्तों के बीच ‘मेरी अखियों के सामने ही रहना’ जैसे लोकप्रिय भजन विशेष चर्चा में हैं। धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि में किए गए जप, पाठ और भजन गान से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

मां जगदम्बे के भजनों की महिमा

Navratri Bhajan Lyrics 2025 – मां शेरों वाली जगदम्बे भजन के बोल और नवरात्रि विशेष भक्ति गीत
Navratri Bhajan Lyrics: नवरात्रि 2025 में मां जगदम्बे के भजनों की गूंज 6

भजनों का महत्व केवल संगीत तक सीमित नहीं है, यह साधना और आत्मिक शांति का माध्यम है। भक्त विशेष रूप से ‘Meri Akhion Ke Samne Hi Rehna Maa Jagdambe Bhajan Lyrics’ को सुनते और गाते हैं। इन भजनों के जरिए मां दुर्गा के प्रति समर्पण और श्रद्धा प्रकट की जाती है।

आज के समय में भक्त डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ‘Navratri’ और ‘भक्ति गीत’ जैसे शब्दों से जुड़ी सामग्री खोजते हैं। English में devotional songs, spiritual music, और Indian festivals जैसे शब्द नवरात्रि की आध्यात्मिकता को वैश्विक स्तर तक पहुंचा रहे हैं। वहीं हिंदी में “आध्यात्मिक साधना” और “मां दुर्गा आराधना” जैसे शब्द भक्ति को और सशक्त बनाते हैं।

मेरी अखियों के सामने ही रहना – Maa Jagdambe Navratri Bhajan Lyrics

भक्तों के बीच इस बार सबसे लोकप्रिय भजन ‘मेरी अखियों के सामने ही रहना, मां शेरों वाली जगदम्बे’ गूंज रहा है। आइए इसके बोल देखें –

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
माँ शेरों वाली जगदम्बे.
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

हम तो चाकर मैया तेरे दरबार के,
भूखे हैं हम तो मैया बस तेरे प्यार के॥
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

विनती हमारी भी अब करो मंजूर मां,
चरणों से हमको कभी करना ना दूर माँ॥
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना,
शेरों वाली जगदम्बे आंचल में मुझे छिपा लेना॥
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

तुम हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली,
तुम हो दुर्गा हो अम्बे मैया तुम हो काली॥
बन के अमृत की धार सदा बहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे॥
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

तेरे बालक को कभी मां सबर आए,
जहां देखूं मां तू ही तू नजर आये॥
मुझे इसके सीवे कुछ ना कहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे॥
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी,
लक्खा गाता रहे तेरा गुणगान मैया जी॥
है भजन तेरा भक्तो का गहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे॥

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
मां शेरों वाली जगदम्बे.
॥ मेरी अखियों के सामने…॥

यह भजन भक्तों को मां दुर्गा के चरणों से जोड़ देता है और नवरात्रि में हर घर में भक्ति का भाव जगाता है।
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।

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Sambhavi

मैं शम्भावी हूँ, samastipurnews.in में एक कंटेंट राइटर हू। मैं ज्योतिष और धर्म के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों, जीवनशैली और सांस्कृतिक विषयों पर भी लिखती हूँ। मेरा लक्ष्य हमेशा अपने लेखों के ज़रिए हर विषय पर पाठकों को सही और विस्तृत जानकारी देना होता है।

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