राधा अष्टमी: शुभ योग और पूजा का समय
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- 31 अगस्त को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
- अनुराधा नक्षत्र और वैधृति योग का संयोग है।
- राहुकाल का समय शाम 5:04 से 6:39 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang 31 August 2025: बताते चले की 31 अगस्त 2025, रविवार का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है। आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है और इसी दिन राधा अष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार आज अनुराधा नक्षत्र और वैधृति योग का संयोग बन रहा है। ऐसे शुभ संयोग में पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करना विशेष फलदायी माना जाता है।
आज का दैनिक पंचांग और तिथि विवरण (Today Panchang in Hindi)

आज की तिथि अष्टमी है जो रात 24:55 तक रहेगी। अनुराधा नक्षत्र शाम 17:17 तक और वैधृति योग 15:46 तक रहेगा। आज का वार रविवार है और चंद्रमा वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं। राहुकाल का समय शाम 17:04 से 18:39 तक रहेगा, जबकि सूर्योदय 06:02 पर और सूर्यास्त 18:39 पर होगा।
हिंदू त्यौहार पंचांग में अष्टमी का विशेष महत्व है। शास्त्रों में अष्टमी को देवी पूजन, व्रत और साधना के लिए शुभ माना गया है। खासकर राधा अष्टमी पर श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि और प्रेम की वृद्धि होती है।
शुभ मुहूर्त और राहुकाल (Rahu Kaal Today)
पंचांग के अनुसार आज का अभिजीत मुहूर्त 11:55 से 12:46 तक रहेगा। यह समय हर प्रकार के शुभ कार्य, पूजा-पाठ, गृह प्रवेश और नए कार्य की शुरुआत के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। वहीं राहुकाल शाम 5:04 से 6:39 तक रहेगा। राहुकाल के समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करना अशुभ माना जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि rahu kaal में यात्रा शुरू करना, नया काम शुरू करना या लेन-देन करने से बचना चाहिए। इसी कारण हर दिन के पंचांग में राहुकाल की गणना महत्वपूर्ण होती है।
पंचांग के पांच अंग और उनका महत्व (Hindu Panchang)

हिंदू धर्म में पंचांग को वैदिक ज्योतिष का आधार माना गया है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है – तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। इन पांचों के संयोजन से ही शुभ और अशुभ समय का निर्धारण किया जाता है।
- तिथि: चंद्रमा और सूर्य की स्थिति से तिथि का निर्धारण होता है।
- नक्षत्र: आकाश मंडल के 27 तारा समूह जिन्हें नक्षत्र कहा जाता है।
- वार: सप्ताह के सात दिन जो ग्रहों के नाम पर आधारित हैं।
- योग: सूर्य और चंद्र की विशेष दूरियों से बनने वाले 27 योग।
- करण: तिथि के दो भाग, जिनका ज्योतिषीय महत्व होता है।
यही कारण है कि Astrology और Predictions में पंचांग की जानकारी को विशेष स्थान दिया जाता है।
Aaj Ka Panchang 31 August 2025: राधा अष्टमी का पर्व और उसका महत्व
31 अगस्त 2025 को पड़ने वाली अष्टमी को राधा अष्टमी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन श्री राधा रानी का जन्म हुआ था। भक्त इस अवसर पर उपवास रखते हैं और श्रीकृष्ण के साथ राधारानी की पूजा करते हैं। आध्यात्मिक मान्यता है कि राधा अष्टमी पर व्रत और पूजा करने से व्यक्ति को प्रेम, भक्ति और पारिवारिक सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। यही कारण है कि इसे आज का पंचांग और पंचांग टुडे में विशेष महत्व दिया जाता है।
आज का पंचांग हमें न केवल समय की सटीक जानकारी देता है बल्कि शुभ-अशुभ कार्यों का निर्धारण भी करता है। आज की तिथि यानी अष्टमी पर राधा अष्टमी का पर्व आस्था और भक्ति का संदेश देता है। ऐसे दिन में पूजा-पाठ और धर्म-कर्म से आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
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