हाजीपुर का चिनिया केला अपने बेहतरीन स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल की प्राकृतिक आपदाओं ने इसकी पैदावार में भारी गिरावट ला दी है। इससे यहां के किसान बेहद परेशान हैं।
चिनिया केला की खासियत
यह केला लंबे समय तक ताजा रहता है और इसमें आयरन और फोलिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। हाजीपुर जिले में इसे बड़ी मात्रा में उगाया जाता है। हालांकि, इस बार छठ पूजा के दौरान इसकी मांग को देखते हुए उत्पादन काफी कम हुआ है। बाजार में इसकी मात्र 10 फीसदी आपूर्ति ही हो पा रही है, जिसके चलते बाहर से केला मंगाना पड़ रहा है।
किसानों की चिंता
किसान बिहारी प्रसाद सिंह ने बताया कि हाल की आंधी-तूफान ने उनकी फसल को बर्बाद कर दिया है। “अब हमारे पास कुछ भी नहीं बचा है,” उन्होंने कहा। वहीं, नरेश कुमार ने कहा कि पिछले दो साल से वे इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। “जब फसल पकने का समय आता है, तो या तो आंधी आ जाती है या भारी बारिश होती है, जिससे फसलें बर्बाद हो जाती हैं।”
महंगे केले की समस्या
किसान यह भी बताते हैं कि बाहर से आने वाले केले का स्वाद हाजीपुर के केले के मुकाबले बहुत अलग है, और उनकी खरीददारी के लिए उन्हें अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। “बाहर का केला 800 से 1000 रुपये तक मिल रहा है, जो हमारे लिए खरीदना मुश्किल है।”
किसानों की अपील
अब किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उनकी मांग है कि उन्हें राहत दी जाए, क्योंकि खेती ही उनकी आय का मुख्य साधन है। ऐसे में छठ पूजा के दौरान उनकी फसल की पूर्ति कैसे होगी, यह उनके लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।
हाजीपुर का चिनिया केला, जो एक समय किसानों की मेहनत का फल रहा है, अब मुश्किलों का सामना कर रहा है। इस स्थिति में किसानों की मदद करने की जरूरत है ताकि वे अपनी मेहनत का सही फल पा सकें।
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