TRAI भारत में 1 दिसंबर से नया नियम लागू करने जा रही हैं। इस नए नियम के आधार पर ओटीपी को लेकर कुछ ने बदलाव की गई हैं , जिसके बाद अब आसानी से ओटीपी नहीं मिल पाएगा, जिससे खास करके फर्जीवाड़े से बचा जा सकता हैं। हालांकि ट्राई की ओर से यह साफ कर दी गई हैं, नेट बैंकिंग एवं आधार ओटीपी में कोई भी बदलाव नहीं की जाएगी। इसमें कोई भी देरी नहीं होगी।
मगर इससे कई सारे अन्य लोगों को कठिनाइयों सामना करना पड़ सकता है। सरकार की ओर से भी अलग-अलग स्तर पर डिजिटली चल रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह उचित कदम उठाए जा रहा हैं , ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सकें। ऐसे में आपको भी ट्राई द्वारा जारी की गई नई नियम के बारे में जान लेना चाहिए, अन्यथा कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं।
TRAI 1 दिसंबर से लागू करने जा रहा हैं नया नियम
TRAI की ओर से 1 दिसंबर से कुछ नियम में बदलाव की जाने वाली हैं ,इसका असर अलग-अलग सेक्टर पर सीधे तौर पर पड़ने वाली हैं। ट्राई के द्वारा आप फर्जी ओटीपी पर लगाम लगाने के लिए नई मोडिफिकेशन वाला नियम लाया गया हैं , ताकि यूजर्स का सिक्योरिटी बढ़ाया जा सकें। गवर्नमेंट की ओर से भी यूजर सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए काफी समय से चर्चा की जा रही थी।
अब इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर ट्राई की ओर से नए नियम 1 दिसंबर से लागू की गई हैं , जिसमें अब यूजर्स को सीधे तौर पर ओटीपी मिलने में देरी का सामना करना पड़ सकता हैं। हालांकि ट्राई की ओर से यह साफ किया गया हैं , कि कुछ जरूरी उपयोग जैसे कि इंटरनेट बैंकिंग एवं आधार से संबंधित ओटीपी में कोई भी देरी नहीं किया जाएगा, तो आईए जानते हैं आखिरकार ट्राई 1 दिसंबर से कौन से नया नियम लागू करने वाली हैं।
क्या है ट्राई का नया नियम?
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ( TRAI ) की ओर से अब टेलीकॉम कंपनियों द्वारा मैसेज ट्रेस एबिलिटी देने का निर्देश जारी की गई हैं , ताकि सीधे तौर पर संदिग्ध ओटीपी पर रोक लगाया जा सकें , क्योंकि आज के समय में स्कैमर सीधे तौर पर ओटीपी का एक्सेस करके लोगों का डिवाइस बड़े पैमाने पर हैक करके आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में लगातार बढ़ रहें कंप्लेंट को मध्य नजर रखते हुए ट्राई की ओर से इस नए नियम को लागू की गई है।
अब इस नए नियम का पालन सभी दूर संचार कंपनियों को करना होगा। अलग-अलग सर्विस ऑपरेटर की ओर से इस नियम को लागू करने के लिए 30 नवंबर 2024 तक का समय दिया गया था। अब ऐसे में 1 दिसंबर 2024 से इस नियम को लागू कर दी गई हैं , अब 1 दिसंबर के बाद से यूजर्स को ओटीपी मिलने में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
ट्राई ने क्या कहा?
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ( TRAI ) ने आम लोगों को यह आश्वासन दिया हैं , कि उन्हें 1 दिसंबर से नेट बैंकिंग एवं आधार सर्विस के अंतर्गत मैसेज डिलीवरी में कोई भी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में उन्हें बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं हैं। अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं , इसे दूर रहने के लिए ट्राई की ओर से सलाह दी गई है। ट्राई की ओर से या साफ किया गया हैं , कि यह नियम सिर्फ ट्रेकयबिलिटी सिस्टम में सुधार लाने के लिए बनाया गया हैं ,इससे आम लोगों को कोई भी प्रभाव नहीं पड़ने वाली है।
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के कारण लाया गया नियम
देश में लगातार साइबर अपराध का मामला बढ़ रहा है एवं इन मामलों में अधिकांशत गलत ढंग से ओटीपी का इस्तेमाल करके स्कैमर्स लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देश को पालन करते हुए ट्राई की ओर से ओटीपी को लेकर नई निर्देश जारी की गई हैं , जिससे कि अब फेक कॉल के साथ-साथ धोखाधड़ी वाले मैसेज पर कंट्रोल करके लोगों को धोखाधड़ी से सीधे तौर पर बचाया जा सकेगा। अब इस नए नियम के अंतर्गत टेलीकॉम कंपनियां बल्क मैसेज को ट्रेस करने वाला सिस्टम बनाएगी, जिससे कि फर्जीवाड़े पर लगाम लगाना आसान हो जाएगा।
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