बिहार के पूर्णिया में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया है, जो छपरा की निवासी है। इस लड़की को एक महिला दलाल द्वारा मारपीट करके जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला जा रहा था।
कहानी का आरंभ
रिपोर्ट के अनुसार, यह नाबालिग लड़की 15 दिन पहले अपने घर से भाग गई थी। उसने पुलिस को बताया कि उसके साथ एक 14 साल की लड़की भी थी। दोनों ने भागकर मुजफ्फरपुर पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन वहीं एक दलाल के जाल में फंस गईं। दलाल ने उन्हें पूर्णिया लाकर बस स्टैंड के पीछे एक अन्य महिला दलाल को बेच दिया।
दलाल के चंगुल में फंसी लड़कियां
पूर्णिया में दोनों लड़कियों को मारपीट कर जिस्म का धंधा करवाया जाता था। कुछ दिनों तक वे दलाल के नियंत्रण में रहीं। इस दौरान में से एक लड़की किसी तरह से अपने घर भागने में सफल हुई और अपने परिवार को अपनी दास्तान सुनाई। इसके बाद उसके परिजनों ने छपरा पुलिस को मामले की सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई
छपरा पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा को सूचना दी। एसपी के निर्देश पर महिला थाना और अन्य पुलिस टीम ने नेवालाल चौक और बस स्टैंड के पीछे एक किराए के घर पर छापेमारी की, जहां से दूसरी नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया गया। हालांकि, महिला दलाल पुलिस की गाड़ी को देखकर फरार हो गई।
एसपी का बयान
एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने महिला थाना और अन्य थानों के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। छापेमारी के दौरान एक नाबालिग लड़की को सुरक्षित बरामद किया गया है, जबकि महिला दलाल फरार है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल महिला दलालों के नेटवर्क को खंगालने का प्रयास कर रही है।
यह घटना न केवल पुलिस के लिए चुनौती है, बल्कि समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी उठाती है। पुलिस की कार्रवाई से उम्मीद है कि इस धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी सजा सुनिश्चित की जाएगी।
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