सरकार चीनी कंपनियों से कम दाम में पावर बैंक लेकर भारत में बेचने वाले कुछ कंपनियों पर बड़ा एक्शन ली हैं ,ताकि यूजर्स को गुणवत्तापूर्ण सुरक्षित उपयोग की जाने वाली पावर बैंक उपलब्ध करवाई जा सकें। सरकारी एजेंसी द्वारा जांच में सेफ्टी एवं क्वालिटी के लिहाज से घटिया पाए जाने के बाद इन कंपनियों पर जांच एजेंसीयों की ओर से कार्रवाई शुरू की गई हैं।
इन कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच के आधार पर BIS की ओर से या फैसला लिया गया हैं। अलग-अलग कंपनियों पर कार्रवाई शुरू करके जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं। ऐसे में अगर आप भी अपने स्मार्टफोन या फिर आईपैड या आईफोन को चार्ज करने के लिए पावर बैंक का इस्तेमाल करते हैं , तो आपको भी इन कंपनियों के बारे में जान लेना चाहिए, ताकि आप सुरक्षित पावर बैंक का इस्तेमाल सही ढंग से कर सकें , अन्यथा आपको भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
घटिया Power Bank वाले कंपनियों पर कार्यवाही
भारत सरकार देश के अलग-अलग पावर बैंक बेचने वाली दो कंपनियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं। मामला यह सामने आ रहा हैं , कि इन कंपनी ने सीधे तौर पर चीन के कंपनी से पावर बैंक इंपोर्ट करके भारत में लोगों को कम से कम सस्ते कीमत पर उपलब्ध करवा रही हैं।
ऐसे में जब जांच एजेंसियों ने इन प्रोडक्ट की जांच की तो सेफ्टी एवं क्वालिटी के मामले में काफी खराब साबित हुई हैं। जांच एजेंसी ने घटिया क्वालिटी के पावर बैंक के कई सारे मामले आने के बाद जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं। ऐसे में कई सारे बड़े से बड़े कंपनियों पर कार्रवाई की जाने वाली हैं।
ज्यादा कैपेसिटी बताकर ठगी
पिछले कुछ मीना से लगातार या कंप्लेंट आ रही है कि अलग-अलग कंपनियां अपने पावर बैंक को ज्यादा कैपेसिटी का बात कर बेच रही हैं। ये कंपनियां चीन से पावर बैंक सस्ते दामों में एक्सपोर्ट करके भारत में काम से कम कीमत पर उपलब्ध करवा रही हैं, जिसमें कैपेसिटी ज्यादा बताई जा रही हैं। मगर असल में यूजर्स को इसकी कैपेसिटी बहुत ही काम मिल पा रही हैं। इस बात को लेकर कई सारे यूजर्स इसका शिकायत समय-समय पर कर रहे हैं।
जांच एजेंसी के जांच में या बात सामने आया हैं कि चीनी सप्लायर कम दामों पर पावर बैंक उपलब्ध करवा रही हैं , जिसमें सेफ्टी एवं परफॉर्मेंस बेहद ही खराब देखने को मिल रहा हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को घटिया प्रोडक्ट देने के मामले में जल्द ही कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं। ऐसे में अगर अभी पावर बैंक का इस्तेमाल करते हैं, तो आप भी इसके बारे में जानकारी जान लें।
BIS ने कैंसिल किया रजिस्ट्रेशन
ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड की ओर से चीनी बैट्री सप्लायर कंपनियों का रजिस्ट्रेशन तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दिया गया है। Guangdong Cvasun न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी एवं Ganzhou नोबल बैटरी टेक्नोलॉजी कंपनी हैं , जो कि भारत में लिथियम बैटरी सप्लाई करती हैं। इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दी गई हैं। इन कंपनियों में क्वालिटी एवं सेफ्टी में गड़बड़ी पाए जाने के बाद बैन लगाया गया हैं , ताकि ग्राहकों को सुरक्षित प्रोडक्ट उपलब्ध करवाया जा सकें।
ऐसे चल रहा था खेल
पावर बैंक बनाने वाली चीनी कंपनियां भारतीय कंपनियां अथॉरिटीज के साथ मिलकर कम कीमत में इंपोर्ट करके भारत में अच्छे दामों में घटिया क्वालिटी का पावर बैंक बेच रही थी। लगातार आ रही कंप्लेंट को ध्यान में रखकर अथॉरिटी जांच की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें यह पाया गया हैं कि कंपनी यहां विज्ञापन में दिखाई जाने वाली कैपेसिटी वाला पावर बैंक नहीं दे पा रही हैं एवं उनका क्वालिटी भी घटिया दिया जा रहा है।
कंपनियों की ओर से 10000 mAH की पावर बैंक का विज्ञापन किया जा रहा हैं , उसमें ग्राहक को कैपेसिटी 4000 से 5000 mAH की निकल रही थी। कंपनी आसानी से 10000 mAH कैपेसिटी वाला पावर बैंक के नाम पर ₹600 के करीब में आसानी से भारतीय बाजार में बेच रही थी, जिसका क्वालिटी एवं परफॉर्मेंस सेफ्टी के मामले में बेहद ही खराब साबित हो रही हैं। यह पावर बैंक सुरक्षा के लिए हद से उपयोग करना बेहद ही रिस्की साबित हो रहा हैं।
Read more :- OnePlus 13 स्मार्टफोन भारत में जल्द होगा लॉन्च, OnePlus 12 के मुकाबले 5 बड़ी अपडेट