पटना में जाम से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है। पटना के ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने जाम की समस्या को कम करने के लिए एक नई योजना लागू की है। इसके तहत ट्रैफिक रूट में बदलाव किया गया है, जो शहर के मुख्य इलाकों में जाम की परेशानी को काफी हद तक कम कर सकता है।
जाम क्यों होता है?
हाजीपुर से भारी संख्या में ट्रक गांधी सेतु के रास्ते पटना में प्रवेश करते हैं। इसका असर न्यू बाईपास, सिपारा पुल, बेउर मोड़ जैसे इलाकों में देखने को मिलता है, जहां अक्सर घंटों लंबा ट्रैफिक जाम रहता है।
नए नियम क्या हैं?
- ट्रक जैसे बड़े वाहनों को रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक ही शहर में आने की इजाजत होगी।
- दिनभर इनके लिए नो-एंट्री लागू होगी।
कौन-कौन से वाहन इन नियमों से बाहर रहेंगे?
- एम्बुलेंस
- शव वाहन
- दूध और ईंधन के टैंकर
- अग्निशमन सेवा के वाहन
ये आवश्यक सेवाओं से जुड़े होने के कारण इनपर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होगी।
लोगों को क्या फायदा होगा?
- रोजमर्रा की परेशानी कम होगी: ऑफिस जाने वाले और छात्रों को ट्रैफिक में फंसने से राहत मिलेगी।
- आपातकालीन सेवाएं तेज होंगी: एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड को रास्ता मिलना आसान होगा।
- सड़कों पर भीड़भाड़ घटेगी: ट्रकों का समयबद्ध प्रवेश सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम करेगा।
लोग क्या कह रहे हैं?
शहर के लोगों का कहना है कि यह कदम बेहद जरूरी था। जाम से परेशान रहना पटना के लोगों के लिए आम बात हो गई थी। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह योजना कितनी कारगर साबित होती है।
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