बिहार के गृह विभाग ने पांच आईपीएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया है। इनमें तीन डीआईजी (DIG) के तबादले शामिल हैं, जबकि दो अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस बदलाव की अधिसूचना गृह विभाग ने बुधवार को जारी की।
प्रमुख बदलाव
- सुधांशु कुमार:
- यातायात के अपर पुलिस महानिदेशक और असैनिक सुरक्षा के अपर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार हटाया गया।
- अब वे केवल अपनी मौजूदा जिम्मेदारी संभालेंगे।
- अनसूइया रणसिंह साहू:
- डीआईजी से आईजी में प्रमोट।
- अब नागरिक सुरक्षा विभाग की आईजी के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगी।
- विवेक कुमार:
- पहले पटना में विधि-व्यवस्था एसपी थे।
- प्रमोशन के बाद सीआईडी (CID) के डीआईजी बनाए गए हैं।
- मो. फरोगुद्दीन:
- एसडीआरएफ (SDRF) के समादेष्टा पद से प्रमोट होकर अब गृह रक्षा वाहिनी और अग्निशाम सेवाओं के डीआईजी बने।
- मृत्युंजय कुमार चौधरी:
- पहले गृह रक्षा वाहिनी और अग्निशाम सेवाओं के डीआईजी थे।
- अब उन्हें निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance Investigation Bureau) का नया डीआईजी बनाया गया है।
- राजेश कुमार (BPS Officer):
- सीआईडी के अपर पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी से हटाकर अब एसडीआरएफ का समादेष्टा नियुक्त किया गया है।
आईपीएस अधिकारी की भूमिकाएं
- कानून और व्यवस्था बनाए रखना (Maintaining Law & Order):
- अपराध रोकना और नियंत्रित करना।
- जनता में सुरक्षा की भावना बनाए रखना।
- अपराध जांच (Crime Investigation):
- अपराधों की गहन जांच और साक्ष्य इकट्ठा करना।
- अपराधियों को पकड़ने और सजा दिलाने में सहयोग करना।
- पुलिस बल का प्रबंधन (Police Force Management):
- अपने क्षेत्र के पुलिस स्टाफ को निर्देशित और प्रशिक्षित करना।
- उनकी गतिविधियों की निगरानी करना।
- सामुदायिक पुलिसिंग (Community Policing):
- स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय।
- उनकी समस्याओं को समझना और समाधान देना।
- विशेष कार्य (Special Tasks):
- आतंकवाद, साइबर क्राइम, और संगठित अपराधों से निपटना।
- विशेष अभियानों का नेतृत्व करना।
निष्कर्ष (Conclusion):
बिहार सरकार के इस ट्रांसफर से प्रशासनिक ढांचे में बदलाव आया है, जिसका उद्देश्य पुलिस व्यवस्था को बेहतर और प्रभावी बनाना है। इन अधिकारियों की नई जिम्मेदारियों से राज्य में कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में और सुधार की उम्मीद है।
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