गुरुग्राम में बिहार के तीन मजदूरों की मौत: वाटर टैंक में दम घुटने से बड़ा हादसा

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गुरुग्राम: शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे में बिहार के तीन मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वे एक अंडरग्राउंड वाटर टैंक में शटरिंग खोलने के लिए उतरे और जहरीली गैस के कारण दम घुटने से उनकी जान चली गई। घटना गुरुग्राम के सदर थाना क्षेत्र के नाहरपुर रूपा चौकी के अंतर्गत हंस एंक्लेव की है, जहां मकान निर्माण के दौरान यह दुर्घटना हुई।

कैसे हुआ हादसा?


हंस एंक्लेव में हरिओम नामक व्यक्ति अपने मकान का निर्माण करवा रहे थे, जिसके लिए ठेके पर काम चल रहा था। निर्माणाधीन मकान में लगभग आठ फीट ऊंचाई का अंडरग्राउंड वाटर टैंक बनाया गया था। शुक्रवार की सुबह शटरिंग खोलने के लिए पहले एक मजदूर टैंक में उतरा, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया। इसके बाद एक-एक करके दो अन्य मजदूर भी टैंक में उतरे, लेकिन सभी बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद नाहरपुर रूपा चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों मजदूरों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतकों की पहचान


मृतकों की पहचान 23 वर्षीय राजकुमार, 32 वर्षीय मोहम्मद समद, और 40 वर्षीय मोहम्मद सगीर के रूप में की गई है। तीनों मजदूर बिहार के मधेपुरा जिले के निवासी थे और गुरुग्राम में निर्माण कार्य में लगे हुए थे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

जहरीली गैस बनी हादसे का कारण


इस हादसे के पीछे अंडरग्राउंड टैंक में बनी जहरीली गैस को वजह माना जा रहा है। घटना स्थल पर मौजूद अन्य मजदूरों ने बताया कि टैंक काफी समय से बंद था और उसमें पानी भी भरा हुआ था, जिससे जहरीली गैस बन गई थी। शटरिंग खोलने उतरे मजदूरों का उसी गैस के कारण दम घुट गया।

पुलिस जांच जारी


पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद अन्य मजदूरों और स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। इस हादसे में ठेकेदार की लापरवाही भी एक प्रमुख सवाल बन रही है, जिस पुलिस अच्छी तरीके से जाच कर रही है ।

इस हादसे ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि श्रमिकों की सुरक्षा और उनके लिए उचित प्रोटोकॉल की अनुपस्थिति पर भी सवाल खड़े किए हैं।

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