बिहार और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात अपराधी सरोज राय का एनकाउंटर हुआ। गुरुग्राम के बाढ़ गुर्जर इलाके में हुई इस मुठभेड़ में 2 लाख के इनामी बदमाश को मार गिराया गया। सरोज राय बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला था और उस पर 32 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे।
कैसे हुई कार्रवाई?
- बिहार पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस को सूचना दी थी कि सरोज राय मेवात के रास्ते गुरुग्राम में दाखिल होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला है।
- गुरुग्राम पुलिस ने बाढ़ गुर्जर क्षेत्र में नाकेबंदी की। तलाशी के दौरान सरोज राय ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
- जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें सरोज राय की मौत हो गई।
- मुठभेड़ के दौरान बिहार पुलिस का एक जवान घायल हुआ, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरोज राय की आपराधिक पृष्ठभूमि
- सरोज राय पर बिहार के सीतामढ़ी थाने में विधायक से रंगदारी मांगने और कई अन्य गंभीर मामलों में केस दर्ज थे।
- पुलिस के मुताबिक, वह बिहार में आतंक का पर्याय बन चुका था और जेडीयू नेताओं से भी रंगदारी वसूलता था।
- मुठभेड़ के वक्त उसके साथ एक और बदमाश मौजूद था, जो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
क्या था सरोज राय का गुरुग्राम में मकसद?
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि सरोज राय गुरुग्राम में किस बड़े अपराध की योजना बना रहा था। उसकी गतिविधियों और फरारी के दौरान उसकी हरकतों का पता लगाने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
मुठभेड़ से जुड़े अहम तथ्य
- इनाम: सरोज राय पर बिहार पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
- लोकेशन: मुठभेड़ हरियाणा के मानेसर के पास हुई।
- अपराध का रिकॉर्ड: 32 से ज्यादा संगीन मामले, जिनमें हत्या, रंगदारी, और पुलिस पर हमले शामिल हैं।
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