अवैध स्वास्थ्य संस्थानों पर कसा शिकंजा: जिला प्रशासन ने भागलपुर में अवैध रूप से संचालित हो रहे अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जिला अधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर सिविल सर्जन अशोक प्रसाद ने जिले में संचालित अवैध स्वास्थ्य संस्थानों पर अभियान चलाया, जिसमें कई अस्पतालों और क्लीनिकों को नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया।
माया चाइल्ड केयर और विश्वकर्मा हेल्थ केयर का लाइसेंस रद्द
अवैध स्वास्थ्य संस्थानों पर कसा शिकंजा: इस अभियान के तहत सबसे बड़ी कार्रवाई में कहलगांव स्थित माया चाइल्ड केयर और खरीक प्रखंड स्थित विश्वकर्मा हेल्थ केयर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। ये दोनों अस्पताल स्वास्थ्य संबंधी सरकारी मानकों पर खरे नहीं उतर पाए, जिसके कारण प्रशासन ने उनका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया।
अन्य स्वास्थ्य संस्थानों पर भी कार्रवाई
इस अभियान में आयुष्मान हेल्थ केयर (मुंदीचक), अस्था पैथोलॉजी और मां डेंटल क्लिनिक सहित कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जुर्माना लगाया गया। इन संस्थानों पर पचास-पचास हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया, जिससे सरकारी खजाने में डेढ़ लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कदम
भागलपुर प्रशासन की यह कार्रवाई स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और क्लीनिकों पर नकेल कसकर प्रशासन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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