बिहार क्राइम: बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में रामकृष्ण थाना क्षेत्र से अपहृत युवक नीतीश कुमार की बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी। जैसे ही नीतीश का शव मिला, गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 30 को जाम कर दिया। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर कार्रवाई होती तो नीतीश की जान बचाई जा सकती थी।
परिजनों का आरोप: “पुलिस ने की लापरवाही”
हत्या से आक्रोशित परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश के अपहरण की सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस को दी थी और चार संदिग्धों के नाम भी बताए थे। उनका कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अगर सही तरीके से कार्रवाई की होती, तो नीतीश की जान बच सकती थी।
एनएच 30 पर यातायात प्रभावित
नीतीश की हत्या से नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया, जिसके कारण नेशनल हाईवे 30 के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस कारण यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए घटनास्थल पर बल तैनात किया है और यातायात को बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस पर सवाल
पटना में लगातार बढ़ते अपराध और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के बाद राजधानी में सुरक्षा को लेकर लोगों के बीच भय और आक्रोश दोनों बढ़ गए हैं।
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